बड़ी राहतः अमृतसर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में कोरोना की जांच शुरू, दो चरणों में होगा टेस्ट

अमृतसर सरकारी मेडिकल कॉलेज स्थित इंफ्लुएंजा लैब में कोविड 19 की टेस्टिंग प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। रविवार को श्री गुरु नानक देव अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कोरोना वायरस के तीन संदिग्ध मरीजों के सैंपलों की जांच इंफ्लुएंजा लैब में की गई। तीन मरीजों में एक ऑस्ट्रेलियन दंपति और दुबई से अमृतसर पहुंचा बिहार निवासी एक नौजवान शामिल है। तीनों संदिग्धों के रक्त एवं गले से थ्रोट स्वैब के नमूूने लेकर इंफ्लुएंजा लैब में स्थित आरटीपीसीआर मशीन में रखे गए हैं।


दो चरणों में होने वाले इस टेस्ट में मरीज के ई जीन की जांच भी होगी। इस टेस्ट से कोरोना वायरस पीड़ित संभावित संदिग्ध मरीजों के रक्त में मौजूद वायरस के समूह का पता लगाया जाएगा। दूसरे चरण में ओआरएफ वन बी व आरटीआरपी टेस्ट होगा। यह टेस्ट भी जीन का है। दोनों टेस्ट पॉजिटिव आने पर यह पुष्ट होगा की मरीज कोरोना वायरस संक्रमित है।

हालांकि इंफ्लुएंजा लैब में टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य विभाग पॉजिटिव मरीजों की जानकारी नहीं देगा। पूरी तरह पुष्ट होने के लिए मरीज का एक सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे भेजा जाएगा। नेशनल लैब में कोरोना की पुष्टि होने पर यह माना जाएगा कि वाकई मरीज को कोरोना है।

इंफ्लुएंजा लैब में की गई जांच की प्राथमिक रिपोर्ट भी काफी सटीक होगी। यदि मरीज कोरोना संक्रमित है तो अमृतसर में ही इसकी जानकारी मिल जाएगी। इससे कोरोना की भयावहता का आकलन हो पाएगा। पुणे स्थित नेशनल लैब में इन दिनों सैंपलों का अत्यधिक भार है। देश के कोने कोने से सैंपल यहां आ रहे हैं। यही वजह है कि भारत सरकार ने देश के 19 चिकित्सा संस्थानों में टेस्ट करने की रूपरेखा तय की है जिसमें सरकारी मेडिकल कॉलेज अमृतसर को भी शामिल किया गया है।

सोमवार को चंडीगढ़ में स्वास्थ्य विभाग एवं मेडिकल कॉलेजों के स्टाफ की स्टेट ट्रेनिंग वर्कशॉप का आयोजन किया गया। पहले यह वर्कशॉप दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर हुई थी। सोमवार पंजाब के 22 जिलों के माइक्रोबायोलॉजिस्ट, एसपीएम विभाग के प्रतिनिधि, फिजीशियन और मास मीडिया अधिकारियों पर आधारित वर्कशॉप में कोरोना वायरस के संदर्भ में अधिकाधिक जागरूकता फैलाने पर चर्चा हुई।

इसी बीच जिला सेहत विभाग ने जीएनडीएच में दाखिल कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के बारे में जारी एक मेडिकल बुलेटिन में कहा है कि सातों मरीज स्थिर हैं और उनकी रिपोर्ट का इंतजार है।
पुणे से भी होगी सैंपल की जांच : प्रिंसिपल

मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. सुजाता शर्मा ने कहा कि लैब का स्टाफ दिन रात काम कर रहा है। वह खुद लगातार स्थिति पर नजर बनाए हैं। सोमवार से तीन सैंपलों के साथ जांच शुरू की गई है। अब 24 घंटों में प्राथमिक रिपोर्ट मिल जाएगी, लेकिन हम पुणे लैब से भी जांच करवाएंगे। इंफ्लुएंजा लैब की इंचार्ज डॉ. लविना ओबरॉय हैं।